पत्र वाचन द्वारा याद किया राष्ट्रपिता को ______
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की जयंती पर उन्हें याद करते हुए आज गांधी जी की जीवन गाथा कक्षा तीसरी से पाँचवीं तक के विद्यार्थियों को 'वृत्तचित्र' के द्वारा दिखाई गई । कक्षा छठी से बाहरवीं तक के विद्यार्थियों ने पुस्तक 'माई एक्सपेरिमेंट्स' विद ट्रुथ' पर आधारित 'पत्र वाचन' के माध्यम से परम पूज्य महात्मा गांधी जी के जीवन से संबंधित विविध वृत्तांतों जैसे पोरबंदर के शुरुआती दिन, स्कूली जीवन का लड़कपन जैसे प्रसंगों का गाँधी जी के जीवन पर प्रभाव इत्यादि से इस महान शख्सियत को करीब से समझा और साथ ही 19वीं व् 20वीं शताब्दी की शुरुआत में देश के वातावरण और सामाजिक जीवन की असल झलक दिखाई दी । बच्चों ने सत्य, अहिंसा और सत्यग्रह के सफल प्रयोगों को भी जाना और गांधी जी के अनुभवों से सीखा कि सत्य के शोध के मूल में ऐसी अहिंसा है, जिसे प्रतिक्षण अनुभव किया जा सकता है ।
प्रधानाचार्या श्रीमती उपासना जी मोदगिल ने अपने ज्ञानवर्धक संदेश में विद्यार्थियों को आप की आत्म कथा पढ़ने और आप की पुस्तकों का अध्ययन करने के लिए प्रोत्साहित किया ।